शिमला में नौकरी की सुरक्षा के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों की रैली – रोजगार की गारंटी की मांग

Rally of outsourced employees for job security in Shimla - demand for employment guarantee

शिमला में नौकरी की सुरक्षा के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों की रैली – रोजगार की गारंटी की मांग

कोरोना काल में विभिन्न विभागों में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों ने सुक्खू सरकार से गारंटी मांगी है कि उन्हें नौकरी से नहीं निकाला जाएगा. शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे कर्मचारी टॉलैंड में एकत्र हुए। यहां से रैली निकालकर उन्होंने सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया. एसोसिएशन ने कहा कि उनका कार्यकाल 30 सितंबर तक बढ़ाया गया था, लेकिन सरकार की ओर से जारी आदेशों में एक लाइन और जोड़ी गई है, जिसमें कहा गया है कि इस तारीख के बाद उन्हें राहत आदेश भी जारी किए जाएंगे. कोरोना काल में 1844 कोरोना योद्धाओं ने अपनी जान जोखिम में डालकर हिमाचल के अस्पतालों में सेवाएं दी हैं। शुक्रवार को बारिश के दौरान भी कोरोना वॉरियर्स अपने विरोध पर डटे रहे. अध्यक्ष अंजलि भारद्वाज ने कहा कि राज्य सरकार से सेवा विस्तार की मांग की गयी है.

बीते दिनों सुक्खू सरकार ने 30 सितंबर तक सेवा विस्तार के साथ कोविड वॉरियर्स की सेवाएं खत्म करने के निर्देश दिए थे. इसी को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने कांग्रेस सरकार की 10 गारंटी की याद दिलाते हुए सेवा विस्तार की गारंटी की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से उम्मीद जताते हुए कहा कि राज्य सरकार उन्हें सेवा विस्तार देकर नीति बनाएगी. वहीं, एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुनील राव ने कहा कि उन्होंने कोरोना के कठिन समय में सेवा की है जब ज्यादातर लोगों में डर का माहौल था. पिछले करीब 3 महीने से उन्हें वेतन भी नहीं मिला है, अब नौकरी की भी कोई उम्मीद नहीं है. सलाहकार रुचि और हेमा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के दूर दराज से कोरोना वॉरियर्स अपनी मांगों को लेकर सचिवालय पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद ही धरना स्थगित किया जाएगा।

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Author: Success Pana Chahte Hai